पूर्व में भी हो चुकी कलेक्टर से शिकायत
बिलासपुर- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आमागोहन प्रभारी से क्षेत्र की जनता आक्रोशित है। प्रभारी मैडम न नियमित हॉस्पिटल आती है। ना ही मरीज का उपचार समय पर किया जाता है। जिसके चलते वहां का स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गया है। क्षेत्र के स्थानीय निवासी कहते हैं मैडम जी अपने मूड के हिसाब से आती जाती है । जिस वजह से आसपास के लोगों को इलाज के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । स्वास्थ्य कर्मियों के भरोसे अब स्वास्थ्य केंद्र है जहां दो स्टाफ नर्स एक ए एन एम अस्पताल संभाल रही है। संविदा ग्रामीण चिकित्सा सहायक मिथलेश भारद्वाज को शासन के नियमों को तकपर रखकर स्वास्थ्य केंद्र का प्रभार दिया गया है जबकि समय-समय पर शासन के निर्देशानुसार ग्रामीण चिकित्सा सहायकों को प्रभार से मुक्त रखना निर्देश भी जारी किया जाता है । और नियमानुसार इनको मेडिकल ऑफिसर के अधीन रहकर सहायक के रूप में कार्य किया जाना है।

समय पर इलाज नहीं मिलने मरीज की हुई मौत
मिली जानकारी अनुसार 20 सितंबर को उक्त स्वास्थ्य केंद्र में तुलुफ के एक व्यक्ति को इलाज के लिए लाया गया था । जहां प्रभारी गायब थी जिसका प्राथमिक उपचार उपस्थित स्टाफ द्वारा करते हुवे बिलासपुर ले जाने की सलाह दी गई।जिसकी इलाज के आभाव में रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी।
पूर्व में कलेक्टर से भी हो चुकी प्रभारी की शिकायत
जीवनदीप समिति में काम करने वाली महिला कर्मचारी से प्रभारी द्वारा पैसे की मांग की गई थी जिसकी शिकायत लिखित में कर्मचारियों द्वारा जिला कलेक्टर बिलासपुर को भी दिया जा चुका है जिस पर अभी जांच लंबित है।
हफ्ते हफ्ते रहती है गायब
प्रभारी मिथलेश भारद्वाज के पति पेंड्रा जिला में कार्यरत है। जहां मिथलेश भारद्वाज जाकर हफ्ते हफ्ते रहती है और हफ्ते 15 दिन में अगर किसी दिन स्वास्थ्य केंद्र पहुंच जाए तो पूरे दिन का वह हस्ताक्षर कर चली जाती है। जिसकी पुष्टि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरे से भी की जा सकती है इस लापरवाही से इनके सेवाओं के प्रति लापरवाही का भी अंदाजा लगाया जा सकता है।