एटीआर में जंगल के अंदर व सीमा से लगे गांवों में रहेगी पैनी नजर

होली पर्व के मद्देनजर अचानकमार टाइगर रिजर्व में तगड़ी सुरक्षा रहेगी। खासकर अमला उन गांवों में पैन नजर रखेगा, जो अंदर है और सीमा से लगे हुए हैं। इस पर्व में शिकार व अवैध कटाई होने की ज्यादा आशंका रहती है। पूर्व में भी इस तरह के अपराधिक मामले सामने भी आए हैं।

वनकर्मियों के अलावा वन परिक्षेत्र अधिकारी, सहायक संचालक व डिप्टी डायरेक्टर भी सर्चिंग करेंगे। इस दौरान कोई मुख्यालय से नदारद मिलता है या लापरवाही करते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।टाइगर रिजर्व संरक्षित क्षेत्र है। इसलिए यहां सुरक्षा तो रहती है। लेकिन, पर्व के समय सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी जाती है। यह जरुरी भी है। क्योंकि होली पर्व पर शिकार, आग, कटाई की घटना होने की आशंका रहती है। इसके अलावा नशाखोरी भी होती है। टाइगर रिजर्व में शराब पीना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। प्रबंधन द्वारा इस बार यही व्यवस्था की गई है कि किसी तरह की अपराधिक गतिविधियां न हो। यदि कोई प्रयास भी करते पकड़ा जाए, तो उसके खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। इसके लिए डिप्टी डायरेक्टर सर्चिंग दल भी बनाया है। ये दल कोर व बफर दोनों जगहों की निगरानी करेंगे। इसके अलावा अफसरों को रिपोर्ट देंगे।

सर्चिंग वैसे तो शुरू हो गई है। लेकिन मुख्य रूप से पर्व के दिन और एक दिन पहले खास निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ समझाइश भी दे रहे हैं कि वन या वन्य प्राणियों को नुकसान पहुंचाना अपराध है। ऐसा करने पर कड़ी सजा का प्राविधान है। इसलिए ऐसी कोई भी गतिविधियों पर शामिल न हो, जिससे उन पर अपराध दर्ज करने की स्थिति निर्मित हो। प्रत्येक बैरियर में भी अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों की बेहतर ढंग से जांच हो सके। कर्मचारियों को वाहनों के प्रत्येक हिस्से की जांच करने के लिए कहा गया। जांच के साथ- साथ यह भी देखना है कि निर्धारित समय पर वाहन टाइगर रिजर्व से बाहर निकल रहे है या नहीं।

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