प्राथिया की नहीं हो रही सुनवाई ,महल वालों के आगे फीकी पड़ी पीड़िता की आवाज
सेमरा स्थित अपने पूर्वजों के द्वारा बनाएं गए मकान में पीड़िता संजीदा बेगम रह रही थी उसे दबंगों ने रातों-रात जमीन दोज कर दिया । प्राप्त जानकारी के अनुसार संजीदा बेगम अपने परिवार के साथ सेमरा स्थित मकान में रह रही थी यहां पर रात में जावेद अंसारी एवं उसकी पत्नी के द्वारा संजीदा बेगम को मकान से धक्का मुक्की गाली गलौज करते हुए बाहर निकाला गया एवं उसके घरेलू समान एवं खटिया बिस्तर को घर से बाहर फेंक दिया जिसका वीडियो संजीदा बेगम के पास मौजूद है पेट्रोलिंग पार्टी के द्वारा उसको परिवार के साथ कानून व्यवस्था बनाए जाने के नाम पर वहां से जाने के लिए कहा गया

घटना की लिखित शिकायत प्रार्थीया संजीदा बेगम के द्वारा थाना गौरेला में की गई है एवं अपने मकान व बड़ी संबंधित दस्तावेज भी पेश किए गए हैं वही मकान पर अपना दावा कर कर रही शबनम बेगम ने भी अपना दस्तावेज थाने में प्रस्तुत किया है परंतु उनके दस्तावेज में मकान होने का उल्लेख कहीं भी दर्ज नहीं है
संजीदा बेगम जिस मकान पर रह रही थी वह तकरीबन 70 से 80 साल पुराना मकान है जो संजीदा बेगम के पूर्वजों के द्वारा बनाया गया था जिस मकान को शबनम बेगम अपना मकान होने का दावा कर रही है एवं दस्तावेज प्रस्तुत किया है वह उसे वर्ष 2019 में मैं प्राप्त हुआ है अब सवाल यह उठता है कि बरसों पुराना मकान वर्ष 2019 में शबनम बेगम का कैसे हो गया
