बिलासपुर। कानन पेंडारी जू में शनिवार को बड़ा हादसा टल गया। एक युवक शेर के केज के बाहर लगी जाली को लांघते हुए अंदर कूद दिया। इसके बाद शेर के नजदीक जाने लगे। उसे देखकर पर्यटक घबरा गए और जोर- जोर से चिल्लाने लगे। ड्यूटी में तैनात जूकीपर ने तत्काल अधिकारियों को सूचना दी और भागते हुए केज के पहुंचा। खुले में घूम रहे शेर को केज के अंदर लाया गया। उसके बाद युवक को बाहर निकाल लिया गया। यदि एक मिनट भी बचाव कार्य में विलंब होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

घटना दोपहर 12:45 बजे के लगभग की है। शनिवार होने के कारण पर्यटकों की भीड़ थी। लायन केज के सामने काफी पर्यटक थे। उस हिस्से को लोहे की जाली से घेरा भी गया है, ताकि कोई पर्यटक केज में न गिर जाए। इसी बीच एक युवक अचानक जाली को लांघकर नीचे कूद गया। यह नजारा जिसने भी देखा, उसके होश उड़ गए। पर्यटक जोर-जोर से चिल्लाने लगे।
कोई युवक को रोकने की आवाज लगाता तो कोई जू के कर्मचारियों को बुलाने लगा। इधर युवक किसी की बात नहीं सुन रहा था। वह धीरे- धीरे शेर के नजदी जाने लगा। इसके बाद जाकर बैठ गया। राहत की बात यह है कि शेर का चेहरा पीछे की तरफ था। इसलिए वह युवक को नहीं देख सका। इधर, युवक के कूदने की सूचना मिलते ही जू प्रबंधन में हड़कंप मच गया। जूकीपर रमेश साहू की सूचना पर एसडीओ, रेंजर, डिप्टी रेंजर व चिकित्सक के अलावा अन्य जूकीपर भागते हुए केज में पहुंचे।
सबसे पहले खुले केज में घूम रहे शेर को बंद केज के अंदर लाया गया। इसके बाद युवक को पकड़कर बाहर निकाला गया। पूछताछ में उसने अपना नाम कुंतल भिमटे (36) निवासी मगरपारा, आंबेडरकर नगर बताया। उसे कार्यालय लाकर स्वजन के संबंध में जानकारी ली गई। इसके बाद उसके पिता को मामले की जानकारी देकर तत्काल कानन पेंडारी में बुलाया गया। युवक को सभी ने जमकर फटकार भी लगाई।
जूकीपर की तत्परता के साथ युवक की जान बचाने में सफलता मिली पिता रमेश कुमार भिमटे कानन पेंडारी जू पहुंच गए। उन्हें जू प्रबंधन ने पूरी घटनाक्रम से अवगत कराया। इस पर पिता भी घबरा गए। उन्होंने जू प्रबंधन को बताया कि कुुंतल की तबीयत ठीक नहीं है। वह कब घर से बाहर निकलकर कानन पेंडारी जू पहुंच गया, इसकी खबर तक नहीं लगी।जू प्रबंधन की नजर में युवक का यह अपराध गंभीर है। इसलिए उसके खिलाफ अपराध भी दर्ज किया गया। बाद में 10 हजार रुपये जुर्माना कर छोड़ा गया। इसके पिता उसे लेकर बिलासपुर लौट गए। इस घटना के बाद जू प्रबंधन सकते में हैं। देर शाम सुरक्षा को लेकर बैठक भी ली गई।
जू में पहले भी हो चुकी है घटना
कानन में केज के अंदर पर्यटक के कूदने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले वर्ष 2013-14 में एक युवक इसी तरह सफेद बाघ के खुले केज में कूद गया था। उस दिन सोमवार था और कानन पेंडारी जू का अवकाश होने के कारण वन्य प्राणी बंद केज में रहते हैं। अवकाश के दिन यह युवक कैसे जू में प्रवेश किया, इसको लेकर जांच भी हुई। इसके बाद सुरक्षा घेरे की ऊंचाई बढ़ाई गई थी। डीएफओ विष्णु नायर का कहना है कि कानन पेंडारी जू के अंदर रखे सभी वन्य प्राणियों के केज के बाहर सुरक्षा घेरा लगाया गया है। लायन केज के सामने घेरा भी केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के मापदंड से अधिक है। चार फीट का घेरा हने के बावजूद युवक जानबूझकर कूदा गया। लेकिन जूकीपर से लेकर अन्य कर्मचारियों की तत्परता के कारण केवल छह मिनट के भीतर युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।