आज 18 अगस्त 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनीज के अधिकारी कर्मचारी ओ पी एस बहाली संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में पूरे प्रदेश के एनपीएस वाले अधिकारी कर्मचारी सामूहिक अवकाश में रहे इसके कारण पूरे प्रदेश में वितरण कंपनी के सभी छोटे- बड़े विद्युत केंद्र मैं अधिकारी कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण विद्युत व्यवस्था एवं कार्यालय के कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुए। संयुक्त मोर्चा के द्वारा आयोजित इस सामूहिक अवकाश सत्याग्रह पर मुख्यालय के सभी विभागों में सन्नाटा पसरा रहा

पूरे प्रदेश में पावर कंपनी में कार्यरत 12500 अधिकारी-कर्मचारी में से 8000 अधिकारी कर्मचारी एनपीएस वाले हैं जिसमें से 6000 से अधिक अधिकारी कर्मचारी 18 अगस्त को अपने कार्य पर उपस्थित नहीं हुए। इन संगठनों की केवल एक ही मांग है कि इन्हें कांग्रेस शासित सभी राज्यों द्वारा लागू की गई पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए l राज्य शासन द्वारा 1 अप्रैल 2022 से राज्य कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा हैl परंतु पावर कंपनियों मैं यह अभी तक नहीं दिया गया है l
पूर्व में एनपीएस कर्मियों के लिए राज्य शासन द्वारा लागू प्रावधान कम लाभप्रद थे तो पावर कंपनी प्रबंधन अपने एनपीएस कर्मियों को पूर्व में राज्य शासन के निर्णय के अनुसार परिवार पेंशन की व्यवस्था को बंद कर दिया था जोकि एनपीएस कर्मियों के परिवारों के लिए एक झटका था क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा एनपीएस कर्मियों को परिवार पेंशन की व्यवस्था को लागू रखा गया था। अब जब पूरे देश में कांग्रेस शासित राज्यों में कर्मचारियों के परिवारों की आर्थिक सुरक्षा बहाल करने के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जा रहा है तो तो पावर कंपनी प्रबंधन केंद्र की एनपीएस की कम लाभप्रद नीतियों को लागू कर पावर कंपनियों के एनपीएस अधिकारी कर्मचारियों पर हर स्थिति में कम लाभप्रद नीतियों को लागू किया जा रहा है और राज्य शासन के अनुरूप पुरानी पेंशन को लागू नहीं किया जा रहा हैl
कंपनी प्रबंधन की इस कर्मचारी विरोधी नीतियों से परेशान होकर ही आज 6000 से अधिक अधिकारी कर्मचारी है अवकाश पर रहे और यदि कंपनी प्रबंधन ने पुरानी पेंशन की मांग नहीं मानी तो 6 सितंबर से अनिश्चितकालीन अवकाश पर जाएंगे जिससे प्रदेश के विद्युत व्यवस्था चरमरा जाएगी
