इस दौरान जच्चा और बच्चा को कुछ हो जाता तो उसका जवाबदेह कौन होता यह एक बड़ा सवाल है।
कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मी अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितने लापरवाह बने हुए है इसका ताजा उदाहरण कोरबा ब्लाॅक के ग्राम कोरकोमा में देखने को मिला है जहां दस बिस्तर के अस्पताल में ताला लटकने की वजह से गर्भवति महिला का प्रसव पेड़ के नीचे ही कराना पड़ा।

अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ चाबी लेकर नदारद हो गया था और मोबाईल भी रिसीव नहीं कर रहा था। मैसेज करने के बाद भी उसके द्वार कोई जवाब नहीं दिया गया। इस स्थित में अस्पताल के चिकित्सक और आरएमए भी खुद को लाचार पाए और मूक दर्शक बनकर बदहाल स्वास्थ्य सुविधा का तमाशा देखते रहे। बताया जा रहा है,कि ग्राम दरगा से धन सिंह कंवर अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए कोरकोमा स्थित अस्पताल पहुंचा था लेकिन नर्सिंग स्टाफ की गैरमौजूदगी के चलते अस्पताल में ताला लटका रहा लिहाजा मजबूरी में महिला का प्रसव पेड़ के नीचे कराना पड़ा। इस दौरान जच्चा और बच्चा को कुछ हो जाता तो उसका जवाबदेह कौन होता यह एक बड़ा सवाल है।