नवजात शिशु की हत्या करने के लिए तालाब के पानी में फेंकना स्वीकार किया गया।
धमतरी – नवजात शिशु की हत्या के मामले में मां ही कातिल निकली है। शुरूआती जानकारी के अनुसार नवजात शिशु बच्चे को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा घर से जुड़े ले जाकर गांव के डोगिया तालाब के पानी में अलर्ट से पानी में डूबने से मौत होने की सूचना पर मार्ग इंटीमेंशन लेकर शव पंचनामा कार्रवाई की गई। पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर द्वारा नवजात बच्चे के मामले को ग्रेविटास ग्रहण करने वाले मामले करने के निर्देश दिए गए थे।
जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा तेनभुरकर साहू के मार्गदर्शन में सत्यओपी.कुरूद कृष्ण कुमार पटेल के नेतृत्व में थाना प्रभार कुरूद निरी. दीपा केंवट द्वारा तुरंत कार्यवाही करते हुए मर्ग जांच के दौरान शव पंचनामा, घटना स्थल दृश्य, शव दृश्य, साक्षी व पंचानों का कथन , पी0एम0 रिपोर्ट पर नवजात शिशु को पानी में फेंक कर हत्या करने जाने पर नवजात शिशु के परिवार से झटके से पूछताछ करने पर नवजात शिशु की मां दिनेश्वरी बंजारे द्वारा नवजात शिशु की हत्या करने के लिए तालाब के पानी में फेंकना स्वीकार किया गया।

पी0एम0 रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा नवजात शिशु की मौत पानी में डूबने से जानलेवा प्रकृति का होना लेख भी किया गया है। जिसके बाद मार्ग को 36 / 23 धारा 174 दप्रस0 की जांच पर आरोप लगाए गए दिनेश्वरी बंजारे के खिलाफ धारा 302 भादवि0पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मेमारण्डम कथन में आरोपों में दिनेश्वरी बंजारे द्वारा बताया गया है कि शारीरिक कमजोरी के कारण प्रेब होने से बच्चे को जन्म नहीं देना चाहती थी परिवार वालो के दबाव में दूसरी पवित्रता को जन्म देना एवं दोनो बालकों के पालन पोषण में काम करने के कारण नवजात शिशु को हत्या ऐसा करने के लिए तालाब में पानी फेंकना कई तरह के गवाह बताए गए हैं।
