GPM से फारुख की रिपोर्ट
एक दिवसीय दौरे पर जीपीएम पहुंचे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयनाथ सिंह केराम ने कहा कि जिला गौरेला पेन्ड्रा मरवाही में पुलिस प्रशासन एवं माफियाओं का सांठ-गांठ स्पष्ट नजर आ रहा है।
सटोरियों,कोल माफिया, रेत माफिया सहित भू-माफियाओं को संरक्षण देकर उन्हें सहयोग किया जा रहा है ,वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के मामूली विवादों में जेल भेजने की धमकी देकर अवैध वसूली किया जा रहा है।

पुलिस थानों में लंबे अरसे से पदस्थ थाना प्रभारियों का स्थानीय असामाजिक तत्वों से संबंध हैं ,यही कारण है कि जिला गौरेला पेन्ड्रा मरवाही में असामाजिक तत्वों का बोलबाला है।
माफियाओं के विरुद्ध आवाज उठाने वाले लोगों के ऊपर फर्जी अपराधिक मामले दर्ज किए जाते हैं ,वहीं सटोरियों और भू माफियाओं को थाने से निजी मुचलका में जमानत देकर पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है।
पुलिस जवान के साथ हुए प्राणघातक हमले के आरोपियों को गौरेला थाने से मुचालका पर छोड़कर अप्रत्यक्ष रूप से उनके साथ खड़ा है ,वही आहत जवान का 12घंटे तक कोई शिक़ायत तक नही लिया गया था , मिडिया और वरिष्ठ नागरिकों के हस्तक्षेप से आरोपियों के विरूद्ध मामले दर्ज तो हुए , लेकिन आरोपियों के फर्जी रिर्पोट पर बिना जांच किए ही पुलिस ने आहत आरक्षक के विरुद्ध अपराधिक मामला दर्ज कर लिया।
जब पुलिस प्रशासन अपने आहत आरक्षक के साथ न्याय नहीं कर पा रही है तो आम जनता के जान माल का सुरक्षा आखिर किसके भरोसे होगा।
जयनाथ केराम ने ग्राम बगरार में आए महिला मेहमानों और घर के महिलाओं के साथ हुए मारपीट का जिक्र करते कहा कि जिला गौरेला पेन्ड्रा मरवाही में पुलिस प्रशासन के कुछ पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पूरे पुलिस प्रशासन के छवि को धूमिल कर रही हैं ।
महिला मेहमानों के साथ थाना प्रभारी मरवाही के द्वारा अमानवीय मारपीट करना क्षेत्र पुलिसिया भयादोहन को बढ़ावा देने जैसा है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला गौरेला पेन्ड्रा मरवाही में पुलिस अधिकारियों के द्वारा किए जा रहे पक्षपातपूर्ण कार्यवाही को लेकर पुलिस महानिदेशक से मिलेगा ।
केराम ने आगे कहा कि न्याय के अभाव में प्रदेशस्तरीय जेल भरो आंदोलन किए जाने से निर्णय भी गोंगपा हाईकमान ने लिया है।