जिस डॉक्टर को मारा गया वह अपने साथ हुई घटना को मीडिया को बताते समय भावुक हो गए और रोने लगे
सूरजपुर। रंगों के त्योहार होली में जहां भाईचारा कायम होना चाहिए वहां पर सूरजपुर में मारपीट का मामला सामने आया, दो पक्षों में मारपीट हुई मारपीट बाद थाने पहुंचे जहां से मारपीट में गंभीर रूप से घायल लोगों को जिला चिकित्सालय इलाज के लिए भेजा गया, वहां पर भी इलाज करते डॉक्टर पर गाली गलौज कर उनसे मारपीट कर दी जो निंदनीय मुद्दा रहा, जहां डॉक्टर इतने बड़े त्यौहार में भी घर छोड़कर लोगों के स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए के लिए अस्पताल में मौजूद रहे उनके साथ जो घटना घटी उसकी निंदा पूरे शहर में हो रही है लोगों का कहना है कि यह घटना शर्मसार करने वाली है ऐसे लोगों पर कार्यवाही जरूरी है।

सूत्रों की माने तो सूरजपुर शहर के व्यवसाय परिवार के लड़कों ने मारपीट की और मारपीट के बाद जब इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे तो इलाज कर रहे डॉक्टर से ही गाली गलौज कर मारपीट कर ली जिसके बाद मामला काफी बड़ा हो गया और डॉक्टरों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए विरोध पर आ बैठे, जहां गंभीर लोगों का इलाज होना था वहां पर उनका इलाज भी बाधित हो गया और डॉक्टर भी अपने आप को अपमानित महसूस करने लगे,

जिस डॉक्टर को मारा गया वह अपने साथ हुई घटना को मीडिया को बताते समय भावुक हो गए और रोने लगे, यह पल भी काफी दुखद क्योंकि जहां अपने घर परिवार को छोड़ त्यौहार के दिन हुए लोगों को इलाज करने के लिए अस्पताल में खड़े थे और उनके साथ ऐसी घटना हो जाएगी इस बात का उन्हें भी तनिक भी उम्मीद नहीं था पर यह घटना उनके साथ घटी जिसे लेकर वह काफी आहत हुए और अपमानित महसूस कर रहे हैं।
यह था मामला-
जिला अस्पताल में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर की पिटाई का मामला सामने आया है जिससे स्वास्थ महकमा की नाराजगी पूरे उफान में है पुलिस ने सौरभ जिन्दिया, नीरज जिन्दिया एवं अन्य के खिलाफ धारा 186-IPC, 294-IPC, 323-IPC, 34-IPC, 353-IPC, 506-IPC, 3-1(R-S)-SCH के तहत अपराध दर्ज किया है, पूरी घटना इस तरह है जिला अस्पताल में आपातकाल ड्यूटी में पदस्थ डां. अनिस कुमार किसी का ईलाज किया जा रहा था इसी दौरान सौरभ जिन्दिया, नीरज जिन्दिया निवासी नेहरू चौक रोड एवं अन्य व्यक्ति आपातकालीन कक्ष में आये और उनपर दबाव डाला जा रहा था जब उन्होंने समझाईश दी तो मरीज की ओ.पी.डी. पर्ची को छीन कर सौरभ जिंदिया, नीरज जिन्दिया के साथ लोगो ने गाली गलौज करते मुझे जाति सूचक अपशब्द कहकर मारपीट किया गया जिससे उनका कपड़ा फट गया. अस्पताल स्टफ के द्वारा उन्हें बचाया गया।