रतनपुर । सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो में गर्भवती महिलाओ को स्त्री रोग विशेषज्ञ के नहीं आने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । स्त्री रोग विशेषज्ञ की पदस्थापना के बाद भी आज तक सिजीरीयन डिलीवरी की सुविधा नहीं मिल पा रही ,ऑपरेशन सेंटर व दो दो स्त्री रोग विशेषज्ञ होने के बाद भी महिलाओं को भारी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है, क्योकि ड्यूटी होने के बाद भी ये महिला चिकित्सक नदारत रहते है।

शासन ने मरीजो के सुविधाओं के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञों की पदस्थापना समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में की है ।जिनके हफ्ते में दो या तीन दिन आने से मरीजो को उनकी सेवाओ का फायदा नही मिल पा रहा है। इनके लापरवाही की पुष्टि स्वास्थ्य केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरे से की जा सकती है।स्वास्थ्य केंद्र में जबकि उनकी ड्यूटी प्रति दिन होता है। कभी-कभार यह डॉक्टर ड्यूटी पर आ भी जाती है तो भर्ती मरीजों जो को देखने मे इनको तकलीफ होती है। इनकी लापरवाही का ताजा मामला भी सामने आया जिसके चलते एक मरीज की जान जाते जाते बची, उपरोक्त सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार सिलदहा निवासी मानकी बाई बिरको जो बीते तीन दिनों रक्त प्रसव की बीमारी से जूझते हुवे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती है, भर्ती होने के अडतासिस घण्टे तक कोई भी महिला चिकित्सक उक्त महिला को देखने तक नही पहुंचा,जबकि दो दो महिला चिकित्सक डॉ नेहूल झा,व डॉ शीला साहा जिनकी ड्यूटी सात दिन पूरे है,किंतु वो अपनी मनमर्जी से ही आती जाती है, बीमारी से हलकान व परेशान महिला जब अपना सामान समेटकर अस्पताल से बिना डिस्चार्ज के जा रही थी तो प्रभारी चिकिसाधिकारी अविनाश सिंह ने उससे पूछा तो वह बोली कि रविवार रात से भर्ती हु साहब कोई डाक्टरीन इलाज मेरा नही कर रही है,इसलिए घर जा रही हु।
स्त्री रोग विशषज्ञ दो घंटे ही आती है ड्यूटी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्त्री रोग विशेषज्ञ नेहुल झा स्त्री रोग विशेषज्ञ शीला साहा मनमर्जी से सुबह 11:00 बजे आती है और 1:00 बजे तक चली जाती हैं। स्त्री रोग के आने के इंतजार में मरीज घंटों बैठे रहते है। इनके लेट लतीफ आने से मरीजों की कतारें लंबी लगी रहती है।
स्त्री रोग विशषज्ञों की लापरवाही-
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में पिछले साल भर से दो गायकोनॉलॉजिस्ट की नियुक्ति है जिन्हें हर इमरजेंसी सेवा जैसे ऑपरेशन,गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधा देना होता है किंतु इन डॉक्टरों के अस्पताल नही आने से गर्भवती महिलाओं सहित अन्य जरूरतमंद स्त्रियों को परेशान होना पड़ रहा है,आलम यहाँ तक है की इन महिला डॉक्टरों द्वारा जनरल मरीजों को भी देखने से इंकार कर दिया जा रहा है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन दोनों स्त्री रोग विशेषग्यो द्वारा बीते वर्ष भर में एक भी मरीजो का ऑपरेशन नही किया गया है जबकि सारी सुविधाएं ऑपरेशन की यहाँ मौजूद है।
