रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय योजना जुगाड़ से चल रही है। इस योजना के लिए सरकार को दूसरे मदों से कटौती करना पड़ रहा है।

इसमें अनुसूचित जनजाति उप योजना, अशासकीय विद्यालयों की अनुदान योजना, शैक्षणिक संस्थाओं के स्थापना योजना, मुख्यमंत्री अधो संरचना संधारण एवं उन्न्यन प्राधिकरण, सहायक अनुदान आदि से कटौती की जा रही है। बजट नहीं होने से सही समय पर यहां शिक्षकों को वेतन, विद्यार्थियों को सुविधा मिलने में समस्या हो रही है। यही कारण है कि एक फरवरी 2023 को लोक शिक्षण संचालनालय ने प्रदेश के कोरिया, अंबिकापुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर-चांपा, राजनांदगांव, रायपुर, कांकेर, बीजापुर, बलौदाबाजार, मुंगेली, बेमेतरा, कोंडागांव, सुकमा, बलरामपुर, सूरजपुर के जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर संविदा में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन भत्तों के लिए विविध बजट शीर्षों से राशि आवंटित की है। मामले में संचालनालय के संचालक सुनील कुमार जैन का कहना है कि किसी भी योजना को चलाने के लिए स्कूल शिक्षा में विविध मदों से ही राशि आवंटित की जाती है। इसमें कुछ नया नहीं है। गौरतलब है कि स्वामी आत्मानंद योजना के तहत प्रदेश में 279 उत्कृ ष्ट विद्यालय संचालित हैं। यहां ढाई लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
