जम्मू-कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है और कश्मीर दुनियाभर में अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है लेकिन इन दिनों एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन पर्यटकों को खूब लुभा रहा है। बता दें कि श्रीनगर में एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन पूरी तरह खिल चुका है और अभी तक लगभग 1.35 लाख पर्यटक ट्यूलिप गार्डन देखने आ चुके हैं। ट्यूलिप गार्डन प्रसिद्ध डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच स्थित है।

68 किस्म के ट्यूलिप फूल लोगों को आकर्षित कर रहे हैं
दुनियाभर के लोगों को जम्मू-कश्मीर आने और 16 लाख ट्यूलिप फूलों की मंत्रमुग्ध कर रही है। बता दें ट्यूलिप का औसत जीवन काल तीन से चार सप्ताह का ही होता है, लेकिन भारी बारिश या तेज गर्मी से ये अपने सामान्य जीवन काल से बहुत पहले ही नष्ट हो सकते हैं। ऐसे में बेहद सीमित दिनों के लिए ही ये नजारा लोगों को अपने जीवन में नसीब हो पाता है।
एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन
ज्ञात हो, एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन श्रीनगर की प्रसिद्ध डल झील के किनारे के आसपास के क्षेत्र सिराज बाग चश्माशाही और जाबरवन पहाड़ियों की तलहटी में स्थित लगभग 30 हेक्टेयर भू-भाग में फैला हुआ है। ट्यूलिप गार्डन को 2008 में खोला गया था। यहां बीते वर्ष ओपन एयर कैफेटेरिया भी स्थापित किया गया है। श्रीनगर नगर निगम और फ्लोरीकल्चर विभाग ने उम्मीद जताई है कि इस साल भी लाखों की संख्या में पर्यटक इन्हें देखने पहुंचेंगे और पिछले रिकॉर्ड टूटेंगे।
आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी की संभावना
वहीं इस बार वसंत का मौसम कश्मीर में जल्दी शुरू हो हुआ है तो ट्यूलिप गार्डन में लाखों ट्यूलिप के फूल भी अपनी सुंदरता की मनोरम छटा बिखेर रहा है। इस वर्ष यहां ट्यूलिप की चार नई किस्मों के अलावा करीब 16 लाख खिले हुए ट्यूलिप मौजूद हैं जो पर्यटकों का मन मोह रहे हैं। वहीं आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी की संभावना है।
लोगों को भा रहा है कश्मीर
कश्मीर आज कल सबको लुभाने के साथ-साथ सबके मन को भा भी रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि पिछले कुछ वर्षों में जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में काफी कमी आई है। 2018 में जहां 417 मामले सामने आए थे, वहीं 2021 में यह घटकर 229 मामले रह गए। अनुच्छेद 370 हटने और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर का लगातार विकास हो रहा है। आतंकी घटनाओं में कमी आने के कारण यहां निवेश में भी चार गुना बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी फोकस किया गया है। जिससे लोगों का यहां पहुंचना पहले की अपेक्षा काफी आसान हो गया है। कश्मीर तक राज्य के अन्य भागों तक ट्रेन कनेक्टिविटी की कोशिश अभी भी जारी है।