राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सुखोई एमकेआई 30 में उड़ान भरी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के असम दौरे का आज तीसरी व आखिरी दिन है। इसी क्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु देश के लड़ाकू विमान सुखोई एमकेआई-30 में एक ऐतिहासिक उड़ान भरी। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लिए यह गर्व की बात है कि देश की रक्षा क्षमताओं में इजाफा हुआ है और अब हम हर मोर्चे जमीन, आसमान और समुद्र में सुरक्षा करने में सक्षम हैं।

फाइटर जेट में उड़ान भरने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सुखोई एमकेआई 30 फाइटर जेट में उड़ान भरने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं और युद्धक विमान में उड़ान भरने वाली देश की चौथी राष्ट्रपति हैं। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल और रामनाथ कोविंद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान में उड़ान भर चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सुखोई लड़ाकू विमान की सीट पर लगभग 25 मिनट बिताये। एयरक्राफ्ट को 106 स्क्वाड्रन के कमांडिंग अफसर ग्रुप कैप्टन नवीन कुमार ने उड़ाया। इस दौरान सुखोई ने समुद्र सतह से दो किलोमीटर की ऊंचाई पर और 800 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भरी।

पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल सुखोई में उड़ान भरने वाली पहली महिला

बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से पहले देश कि पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 2009 में सुखोई में उड़ान भरी थी। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने अपने नाम दो रिकॉर्ड भी दर्ज किए थे जिसमें पहला सुखोई में उड़ान भरने वाली किसी देश की पहली महिला राष्ट्रपति और दूसरा देश की सबसे उम्रदराज महिला। वहीं इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने सुखोई में उड़ान भरी थी। बता दें कि सुखोई-30 एमकेआई दो सीट वाला बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान है। इसे रूसी कंपनी सुखोई ने विकसित किया है और इसका निर्माण लाइसेंस के तहत भारत के Hindustan Aeronautics Limited (HAL) ने किया है।

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