बिलासपुर। मध्यनगरी चौक स्थित श्री शिशु भवन अस्पताल संचालक डॉ. श्रीकांत गिरी के खिलाफ गलत इलाज से 5 वर्षीय बच्ची के हाथ पर इंफेक्शन फैलने के मामले पर 5 सदस्य टीम की जांच दल गठित किया गया है। जो अस्पताल में जाकर जांच करके अपनी रिपोर्ट विभाग के उच्च अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।

विगत कुछ दिनों पहले पीड़ित परिवार से शिकायतकर्ता अमित कुमार महिपाल ने मध्य नगरी चौक बिलासपुर में स्थित शिशु भवन अस्पताल के संचालक डॉ श्रीकांत गिरी एवं कर्मचारी के ऊपर गंभीर आरोप लगाया था जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर के समक्ष लिखित शिकायत किया है।

शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसकी भतीजी कु. स्वेता खांडेल उम्र 5 वर्ष के पैर में समस्या होने के कारण इलाज हेतु मध्य नगरी चौक बिलासपुर में स्थित शिशु भवन डॉक्टर श्रीकांत गिरी के अस्पताल में दिनाँक 20-1-2023 को भर्ती किया गया था जहां पर उसका लगभग 10 दिनों तक इलाज किया गया। बताया जाता है कि उक्त अवधि पर अस्पताल में गलत एवं लापरवाही पूर्वक इलाज होने के कारण मासूम बच्ची के दाहिने हाथ में इंफेक्शन हो गया। आरोप है कि जिस जगह पर इंफेक्शन हुआ वहा पर नीडल लगाया गया था। इस तरह से लापरवाही बरतने के कारण दाहिने हाथ पर इंफेक्शन होने का कारण बताया जा रहा है। मासूम बच्ची के उस हाथ को काटने की स्थिति बन गई है। अस्पताल संचालक डॉक्टर श्रीकांत गिरी ने दिनांक 30-1-2023 पीड़ित बच्ची को रायपुर एम्स अस्पताल में रिफर कर दिया है। मामले को लेकर http://Bajateraho.co.in वेब न्यूज़ ने सर्वप्रथम खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद विभाग के उच्च अधिकारियों ने संज्ञान लिया और 5 सदस्य टीम का जांच दल गठित किया है। जिसमे डॉक्टर दास शिशु रोग विशेषज्ञ, मनीष श्रीवास्तव, एवं 3 सदस्य डी. एच. ओ. से उक्त जांच में शामिल रहेंगे और 1 सप्ताह के अंदर जांच पूरी करके अपना जांच प्रतिवेदन विभाग के उच्च अधिकारी के समक्ष देंगे।