बिलासपुर। मरीजों के उपचार के बदले सिम्स अस्पताल प्रबंधन को भी आयुष्मान योजना के अंतर्गत क्लेम की राशि मिलती है। इस राशि के 34% भाग को यहां वार्डों में काम करने वाले चिकित्सक और स्टाफ को बांटा जाना है। शासन के नियम को ताक में रखते हुए सिम्स प्रबंधन ने प्रोत्साहन राशि के बंटवारे में बंदरबांट करते हुए।

करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार कर रही है। मामले को लेकर के छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ बुधवार को स्वास्थ्य संचालक कार्यालय रायपुर पहुंची। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सिम्स अस्पताल में 750 बिस्तर पर प्रतिदिन मरीज भर्ती होकर उपचार करा रहे हैं। ऐसे में प्रतिमाह आयुष्मान योजना के तहत सिम्स अस्पताल को करोड़ों रुपए की राशि मिल रही है।
इन राशि में से 34% को वादों में काम करने वाले चिकित्सक, स्टाफ, तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को बराबर बांटना है. लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाले प्रोत्साहन राशि के बांटने में बंदरबांट करने के साथ ही भारी भ्रष्टाचार की संभावना है। कर्मचारी संघ ने स्वास्थ्य संचालक से मांग की है कि इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि जब तक मामले का निराकरण नहीं हो जाता तब तक आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाली राशि मैसेज 34% जो प्रोत्साहन राशि का बंटवारा होता है उसे ना बांटा जाए।
संचालक से मिल कर जांच की मांग की गई है । आपत्रो को और अपने करीबियों को प्रतिसत से भी ज्यादा राशि दिए जाने का अंदेशा है।
आरू साहू जिला अध्यक्ष प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ
