सुशासन दिवस पर हुआ कवि सम्मेलन आयोजित
सुधाकर तम्बोली,रतनपुर :- 25 दिसंबर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का जन्मदिन सुशासन दिवस पर ऐतिहासिक नगरी रतनपुर में नगर पालिका परिषद द्वारा कवि सम्मेलन एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य आतिथ्य कवि दिनेश तिवारी एवं अध्यक्षता नगरपालिका अध्यक्ष घनश्याम रात्रे ने की।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि एवं आमंत्रित कवियों के द्वारा अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात मुख्य नगरपालिका अधिकारी एच डी रात्रे ने ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कवि सम्मेलन
कोटा से आए गया प्रसाद साहू रतनपुरिहा के स्व.अटल बिहारी वाजपेई की सुप्रसिद्ध कविता चलना होगा, गलना होगा से प्रारंभ हुआ। कवि आर एस सांडिल्य ने जय बोलो अटल महान। गीत प्रस्तुत किया। बिलासपुर से पधारे कवि दिनेश तिवारी ने ए हमारी भूल थी, ऐसे दक्ष को समय पर जाना नहीं। राजनीति के क्षितिज पर ध्रुव तारे को पहचाना नहीं कविता के माध्यम से अटल जी को श्रद्धासुमन अर्पित किया।
रामआश्रय कश्यप ने हे भारत रत्न और पद्म विभूषण धारी, जय जय जय हो अटल बिहारी गीत गाकर शमां बांधा। पुष्पा तिवारी ने आया था वो एक फरिश्ता अटल जी के अवतार में। अन्य कवि की मार्मिक कविता पढ़ी। प्रमोद कश्यप ने नाम था अटल जिनका काम था अटल गीत प्रस्तुत किया। कोटा से मोहन सोनी, निधि चंदेल ने भी अटल पर लिखी कविता के माध्यम से श्रोता समाज को भाव विभोर किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे सुकदेव कश्यप ने छत्तीसगढ़ी रचना श्रेष्ठ पुरुष हे अटल बिहारी मुड़ी तोला नवावत हंव तोरेच महिमा ल गावत हंव प्रस्तुत किया।संगोष्ठी के अंतर्गत आचार्य श्री ने अटल जी के जीवन का संस्मरण सुनाया।
इस कार्यक्रम में गणेश नामदेव, विजय बिसेन, बीनू कश्यप , जितेन्द्र कश्यप, के साथ नगरपालिका के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुकदेव कश्यप ने किया।