दस्तावेजों के दौरान डॉक्टरों ने यह जानकारी दी कि झंडे को मारा गया और गला घोटा गया।
महासमुंद – जिले के पिथौरा थाना क्षेत्र में दो कलयुगी बेटों ने रुपए के लालच में 70 साल के पिता की फांसी पर लटका कर हत्या कर दी है। पिता की हत्या कर बेटा पुलिस को लेकर खुद पहुंचा था पिता फांसी पर लटक कर आत्महत्या करने की वायरल खबर दी। लेकिन वो कहते हैं ना कि बहाना किसी से छुपा नहीं है, मुर्दा कफन पढ़ने के बारे में बताता है। इस कहावत को चरितार्थ करते हुए पिता की हत्या ने पूरे मानव समाज को कलंकित कर दिया है।

हम आपको बताते हैं कि रविवार की सुबह पुरुषोत्तम यादव 26 साल के पिथौरा थाना पहुंचकर पुलिस को जानकारी देते हुए बताते हैं कि उनके 70 साल के पिता मंगलू यादव ने घर में फांसी लगा ली है। घटना की सूचना आपस में घटनास्थल पर मिलती है। पुलिस ने लाश को स्वास्थ्य केंद्र बनाया। जहां डॉक्टरों ने मंगलू यादव को मृत घोषित कर दिया। झंडे मंगलू यादव के दस्तावेजों के दौरान डॉक्टरों ने यह जानकारी दी कि झंडे को मारा गया और गला घोटा गया।
डॉक्टरों की रिपोर्ट पर पुलिस ने दर्ज किया जगदीश यादव और पुरुषोत्तम यादव को थानेबुलकर जब पुलिसिया अंदाज में पूछताछ की तब यह मामला निकल कर आया कि कुछ दिनों में ही ब्राजील मंगलू यादव ने 2 एकड़ खेत 26 लाख रुपये में पकड़े थे। खतरनाक राशि की राशि में दोनों बेटों को मंगलू यादव ने फटी कौड़ी नहीं दी थी। इसी बात से दोनों बेटों का पिता के साथ विवाद चल रहा था। बीती रात मंगलू यादव का रुपए को लेकर अपनी पत्नी के साथ विवाद हुआ। मंगलू यादव ने अपनी पत्नी के साथ गली गलौज भी किया, इसी बीच बहू रुकमणी यादव के साथ भी झंडे मंगलू यादव का विवाद हो गया।
विवाद के चलते जगदीश यादव और पुरुषोत्तम यादव ने गुस्से में आकर पिता को डंडे से पीटना शुरू कर दिया। डंडे की पिटाई से मंगलु यादव घायल हो गए। घायल पिता को देखकर दोनों बेटों ने पिता को मरने के घाट की छलांग की सोची और घर में दांव की रस्सी से गला घोट कर हत्या कर दी और हत्या को आत्महत्या में बदलने के लिए सोची-समझी रणनीति के तहत दोनों भाइयों ने मिलकर पिता को पेड़ दिया निष्पादन में लगे कि सूचना सुबह पिथौरा थाना पुलिस तक पहुंच जाए। बहरहाल पिथौरा पुलिस ने दोनों हत्यारे पुत्र जगदीश यादव के पिता मंगल यादव और पुरुषोत्तम यादव के पिता मंगलू यादव और बहु रूखमणी को गिरफ्तार कर धारा 302 के तहत जेल की सजा की तैयारी कर ली है।
